हिन्दी सलाहकार समिति
विभिन्न मंत्रालयों/विभागों के संबंधित मंत्रियों की अध्यक्षता में हिन्दी सलाहकार समितियों का गठन किया गया है। ये समितियॉँ अपने अपने मंत्रालयों/उपक्रमों में हिन्दी की प्रगती की समीक्षा करती है, विभाग में हिन्दी को बढ़ाने के तरीके सोचती हैं और राजभाषा नीति के अनुपालन के लिए ठोस कदम उठती हैं। नियमानुसार इनकी बैठकें 3 महीने में एक बार अवश्य होनी चाहिए। इन समितियों की बैठकों में निम्नलिखित विषयों की जानकारी नियमित रूप से दिया जाना आवश्यक है:-
- नियमों के हिन्दी अनुवाद, द्विभाषी मुद्रण तथा वितरण की स्थिति,
- भर्ती तथा पदोन्नति आदि की परीक्षाओं में हिन्दी माध्यम के विकल्प की स्थिति,
- द्विभाषी इलेक्ट्रोनिक टेलीप्रिंटर/टेलेक्स की खरीद या लीज पर लेने की स्थिति,
- प्रशिक्षण संस्थानों में हिन्दी माध्यम से प्रशिक्षण देने की व्यवस्था तथा
- मंत्रालय और उसके संलग्न/अधीनस्थ कार्यालयों/उपक्रमों में हिन्दी के प्रयोग की स्थिति (निर्धारित प्रोफार्मा में)।